संस्कृत वाक्य अभ्यास
Sanskrit sentence study
सा बालिका मम श्मश्रुतः बिभेति
= वह बच्ची मेरी दाढ़ी से डरती है।
सा मां दृष्ट्वा रोदिति
= वह मुझे देखकर रोती है ।
मम अङ्के न आगच्छति
= मेरी गोदी में नहीं आती है ।
अनेक-रीत्या तां बालिकां प्रीणयितुं प्रयासं करोमि
= अनेक तरह से उस बच्ची को खुश करने का प्रयास करता हूँ।
तथापि सा रोदिति एव
= फिर भी वह रोती है ।
तां बालिकां कथं प्रीणयन्ति सर्वे ?
= उस बच्ची को सभी कैसे खुश करते हैं ?
अहं तस्याः गृहात् बहिः आगच्छामि
= मैं उसके घर से बाहर आ जाता हूँ
तस्याः माता तस्यै क्रीड़नकं ददाति
= उसकी माँ उसे खिलौना देती है ।
तथापि सा बालिका शान्ता न भवति
= फिर भी वह बच्ची चुप नहीं होती है
तस्याः पिता ताम् उद्यानं नयति
= उसका पिता उसको बगीचे ले जाता है
तत्र सः तां पुष्पाणि दर्शयति
= वहाँ उसे वह फूल दिखता है ।
बहुविधं प्रयत्नं करोति
= बहुत प्रयत्न करता है
तदा सा बालिका शान्ता भवति
= तब वह बच्ची शान्त होती है ।
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* किं मेलयति ?
= क्या मिला रहे / रही हो ?
What are you mixing?
** गुडं मेलयामि ।
= गुड मिला रहा / रही हूँ।
Getting gud (गुड).
* कस्मिन् ?
= किसमें ?
In what?
** जले ।
= पानी में
In the water.
* किमर्थं गुडम् ? शर्करां न मेलयति ?
= गुड क्यों ? चीनी क्यों नहीं मिला रहे / रही हो ?
Why gud (गुड) ? Why are you not adding sugar?
* नैव , शर्करा न खादनीया।
= नहीं , चीनी नहीं खानी चाहिये।
No, sugar should not be eaten.
** शरीरस्य कृते गुडम् एव योग्यम् ।
= शरीर के लिये गुड ही योग्य है ।
Gud (गुड) for the body is worth it.
* पश्यतु , लिम्बूपानकं सिद्धं जातम्।
= देखो , नीबू शरबत तैयार हो गया।
Look, the lemon juice is ready.
* पिबतु , आस्वादयतु।
= पियो , स्वाद लो ।
Drink, have a taste.
** अहो , उत्तमम् अस्ति।
= वाह , बढ़िया है।
Wow, great.
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चिरागः - वेगेन चल ।
= तेज चल ।
परागः - न , वेगेन मा चल ।
= नहीं , तेज मत चलो ।
अनुरागः - वयं पदयात्रां कुर्मः।
= हम पदयात्रा कर रहे हैं।
- अत्र धावनस्पर्धा नास्ति।
= यहाँ दौड़ स्पर्धा नहीं है।
परागः - अग्रे पश्य , कोsपि वेगेन न चलति।
= आगे देखो , कोई भी तेज नहीं चल रहा है।
चिरागः - आं सर्वे प्रेम्णा चलन्ति।
= हाँ सभी प्यार से चल रहे हैं।
अनुरागः - गतवर्षे अहं वेगेन चलितवान् आसम्।
= पिछले वर्ष मैं तेज चला था।
- शीघ्रमेव श्रान्तः अभवम् ।
= जल्दी ही तक गया था।
परागः - ममापि तथैव जातम्।
= मेरा भी वैसा ही हुआ।
मम तु पादयोः पीड़ा आरब्धा आसीत्।
= मेरे तो पैरों में दर्द शुरू हुआ था।
चिरागः - आम् , बहु दूर-पर्यन्तं गन्तव्यम् अस्ति।
= हाँ , बहुत दूर तक जाना है।
- अतः वयं प्रेम्णा चलिष्यामः।
= इसलिये हम प्रेम से चलेंगे।
--- अखिलेश आचार्य
संस्कृत वाक्य अभ्यास - 4 के लिए निम्न 👇🏻लिंक पर जाइये ।
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