स्वागतम्

 आइए सरल विधि से संस्कृत में बात करना सीखें । यहाँ 👇🏻 क्लिक किजिए और प्रतिदिन क्रमशः एक एक पाठ का अभ्यास किजिए 👇🏻

Click here क्लिक क्लिक 



67) संस्कृत वाक्य अभ्यास

 संस्कृत वाक्य अभ्यास

Sanskrit sentence study


संस्कृत वाक्य अभ्यास




समाचारपत्रम् आगतम् ।

= समाचारपत्र आ गया। 


सः समाचारपत्रं हस्ते गृहीत्वा पठति।

= वह समाचारपत्र हाथ में लेकर पढ़ता है। 


सः प्रथमं पृष्ठं त्यजति। 

= वह पहला पेज छोड़ देता है। 


द्वितीयं पृष्ठं पश्यति। 

= दूसरा पृष्ठ देखता है। 


तृतीयं पृष्ठं केवलं पश्यति। 

= तीसरा पृष्ठ को  केवल देखता है। 


चतुर्थं पृष्ठं केवलम् अवलोकयति। 

= चौथा पृष्ठ केवल देखता है। 


पञ्चमं पृष्ठं दृष्ट्वा शीघ्रमेव परिवर्तयति।

= पाँचवाँ पृष्ठ शीघ्र ही बदल देता है।


षष्ठे पृष्ठे सम्पादकीयं पठति। 

= छठे पृष्ठ पर संपादकीय पढ़ता है।


सप्तमे  पृष्ठे संस्कृतिविषये लेखं पठति।

= सातवें पृष्ठ पर संस्कृति के विषय पर लेख पढ़ता है। 


अष्टमे पृष्ठे सः सामाजिकसंस्थानां चित्राणि पश्यति। 

= आठवें पृष्ठ पर सामाजिकसंस्थाओं  के चित्र देखता है। 


नवमे पृष्ठे क्रीड़ाजगतः चित्राणि पश्यति। 

= नवें पृष्ठ पर क्रीड़ा जगत के चित्र देखता है। 


दशमे ( अन्तिमे) पृष्ठे सः दुर्घटनायाः चित्राणि पश्यति।

= दसवें ( अन्तिम) पृष्ठ पर वह दुर्घटना के चित्र देखता है।


शीघ्रमेव समाचारपत्रम् उत्पीठिकायां स्थापयति। 

= जल्दी से वह समाचारपत्र टेबल पर रख देता है।


संस्कृताभ्यासः 

 

*वर्तमानकाल*


अहं खादामि = मैं खाता हूँ / खाती हूँ।


अहं किं खादामि ?

= मैं क्या खा रहा / रही हूँ ?


अहं मिष्ठान्नं खादामि।

= मैं मिठाई खा रहा हूँ / रही हूँ।


इदानीम् अहं न खादामि।

= अभी मैं नहीं खा रहा हूँ /  रही हूँ।


सः/ सा किं  खादति ?

= वह क्या खा रहा / रही है ?


सः / सा अपूपं खादति।

= वह मालपुआ खा रहा / रही है।


भवान् किमर्थं न खादति ?

= आप क्यों नहीं खा रहे हैं ?


भवती किमर्थं न खादति ?

= आप क्यों नहीं खा रही हैं ?


नयना सोमवासरे किमपि न खादति।

= नयना सोमवार को कुछ भी नहीं खाती है। 


साध्वी केवलं फलं खादति।

= साध्वी केवल फल खाती है।


किरीटः गृहे एव खादति।।

= किरीट घर में ही खाता है । 


 अमरदीपः वारंवारं खादति

= अमरदीप बारबार खाता है।


पुत्रः मातुः हस्तेन खादति।

= पुत्र माँ के हाथ से खाता है।


दीपाली स्नानं कृत्वा खादति।

= दीपाली स्नान करके खाती है।


अरुणः यज्ञं कृत्वा खादति।

= अरुण यज्ञ करके खाता है


सैनिकः सियाचिने शीतलं भोजनं खादति।।

= सैनिक सियाचिन में ठंडा खाना खाता है। 


*प्रारम्भे एकवचने एव अभ्यासं कुर्वन्तु।*

= *प्रारम्भ में एकवचन में ही अभ्यास करिये।*


*तथैव सरलवाक्यानाम् अभ्यासं कुर्वन्तु।*

= *इसी प्रकार सरल वाक्यों का अभ्यास करें।*


।। जयतु संस्कृतम् ।।  जयतु भारतम् ।।



अरुणः - ओह , कति शाकानि सन्ति अत्र !!! 

          = ओ , कितनी सब्जियाँ हैं यहाँ !!!


वसुधा - प्रथमवारम् आगच्छति वा ?? 

         = पहलीबार आ रहे हो क्या ? 


अरुणः - आं भगिनि ! ,   माता इतः आनयति शाकानि ? 

          = हाँ दीदी ! ,  माँ यहाँ से सब्जियाँ लाती हैं ? 


वसुधा - आम् इतः एव ।

          = हाँ यहीं से ।


अरुणः - भगिनि ! पश्यतु ... पालकी ... 

          = दीदी ! देखिये ... पालक .. 


वसुधा - धान्यकम् अस्ति। 

          = धनिया है ।


         - अजगन्ध: अस्ति ।

         = पुदीना है । 


अरुणः - गृञ्जनम् अपि अस्ति 

          = गाजर भी है ।


          - अलाबु: कियत् सुन्दरम् अस्ति !! 

          = लौकी कितनी सुन्दर है। 


वसुधा - अधुना किं क्रीणानि ?? 

         = अब क्या खरीदूँ ?? 


अरुणः - सर्वाणि शाकानि क्रीणातु।

         = सारी सब्जियाँ खरीद लो ।



पतिः गृहम् आगच्छति।

= पति घर आता है। 


स्ववस्त्राणि अवतार्य प्रक्षालनार्थं स्थापयति। 

= अपने कपड़े उतारकर धोने के लिये रख देता है।


सः उरूकस्य कोशं न पश्यति। 

= वह पैंट की जेब नहीं देखता है। 


तस्य भार्या प्रक्षालनयन्त्रे वस्त्राणि स्थापयति।

= उसकी पत्नी वाशिंग मशीन में कपड़े डाल देती है। 


सा प्रक्षालनयन्त्रं चालयति। 

= वह वाशिंग मशीन चलाती है। 


यदा सा शुष्कीकर्तुं वस्त्राणि लम्बयति तदा द्विसहस्रस्य रूप्यकम् अधः पतति।

= जब वह सुखाने के लिये कपड़े लटकाती है तब दो हजार की नोट नीचे गिरती है। 


कोशात् यदा द्विसहस्रस्य रूप्यकम् अधः पतति तदा सा चकिता भवति।

= जेब से जब दो हजार की नोट नीचे गिरती है तब वह चकित हो जाती है। 


सा पतिम् आह्वयति। 

= वह पति को बुलाती है।


"किमर्थं प्रमादं करोति?" 

= लापरवाही क्यों करते हैं ? 


"भवतः उरूकस्य कोशे पुनः पश्यतु।"

= आपकी पेंट की जेब में फिर से देखिये।


"कदाचित् इतोsपि धनं स्यात्"

= शायद और भी धन होगा। 


पतिः कोशं पुनः पश्यति। 

= पति फिर से जेब देखता है।

पतिः गृहम् आगच्छति।

= पति घर आता है। 


स्ववस्त्राणि अवतार्य प्रक्षालनार्थं स्थापयति। 

= अपने कपड़े उतारकर धोने के लिये रख देता है।


सः उरूकस्य कोशं न पश्यति। 

= वह पैंट की जेब नहीं देखता है। 


तस्य भार्या प्रक्षालनयन्त्रे वस्त्राणि स्थापयति।

= उसकी पत्नी वाशिंग मशीन में कपड़े डाल देती है। 


सा प्रक्षालनयन्त्रं चालयति। 

= वह वाशिंग मशीन चलाती है। 


यदा सा शुष्कीकर्तुं वस्त्राणि लम्बयति तदा द्विसहस्रस्य रूप्यकम् अधः पतति।

= जब वह सुखाने के लिये कपड़े लटकाती है तब दो हजार की नोट नीचे गिरती है। 


कोशात् यदा द्विसहस्रस्य रूप्यकम् अधः पतति तदा सा चकिता भवति।

= जेब से जब दो हजार की नोट नीचे गिरती है तब वह चकित हो जाती है। 


सा पतिम् आह्वयति। 

= वह पति को बुलाती है।


"किमर्थं प्रमादं करोति?" 

= लापरवाही क्यों करते हैं ? 


"भवतः उरूकस्य कोशे पुनः पश्यतु।"

= आपकी पेंट की जेब में फिर से देखिये।


"कदाचित् इतोsपि धनं स्यात्"

= शायद और भी धन होगा। 


पतिः कोशं पुनः पश्यति। 

= पति फिर से जेब देखता है।


संस्कृताभ्यासः 

 

*भविष्यकाल*


अहं खादिष्यामि।

= मैं खाऊँगा / मैं खाऊँगी।


अहं न खादिष्यामि।

= मैं नहीं खाऊँगा / मैं नहीं खाऊँगी।


अहं अष्टवादने खादिष्यामि।

= मैं आठ बजे खाऊँगा /  खाऊँगी।


अहं पुत्रेण सह खादिष्यामि।

= मैं पुत्र के साथ खाऊँगा /  खाऊँगी।


अहं सुपाच्यं भोजनं खादिष्यामि।

= मैं सुपाच्य भोजन खाऊँगा / मैं खाऊँगी।


सः कदलीपत्रे एव खादिष्यति।

= वह केले के पत्ते में ही खाएगा।


मृगः तृणं खादिष्यति।

= हिरन घास खाएगा।


राजेशः एलोपैथिक-औषधं न खादिष्यति।

= राजेश एलोपैथिक दवा नहीं खाएगा।


राजेशः आयुर्वैदिकम् औषधं खादिष्यति।

= राजेश आयुर्वैदिक औषधि खाएगा।


सः लवणविहीनं भोजनं खादिष्यति।

= वह नमक बिना का भोजन खाएगा।


सुमेधा यज्ञस्य अनन्तरं खादिष्यति।

= सुमेधा यज्ञ के बाद खाएगी।


*प्रारम्भे एकवचने एव अभ्यासं कुर्वन्तु।*

= *प्रारम्भ में एकवचन में ही अभ्यास करिये।*


*सरलवाक्यानाम् अभ्यासं कुर्वन्तु।*

= *सरल वाक्यों का अभ्यास करें।*


।। जयतु संस्कृतम् ।।  जयतु भारतम् ।।


अव्यय पदानि ।।


एतेषां शब्दानां रूपाणि नैव चलन्ति । एतेषां स्वरुपपरिवर्तनं चापि नैव भवति ।


अकस्मात् suddenly अचानक

अग्रतः in front of सामने से

अग्रे ahead आगे

अज्ञानतः out of ignorance अनजाने में

अन्तर् in, into भीतर

अतः therefore इसलीए

अतीव exceedingly अत्यधिक

अत्र here यहाँ

अद्य today आज

अधः below नीचे

अधुना now अब

अन्यत्र elsewhere दूसरी जगह

अपि also भी

अरे oh सम्बोधन हे

अलम् enough बस / रहने दो

अवश्यम् definitely अवश्य

आम् yes हाँ

इतः from here इधर से

इतःस्ततः here and there इधर उधर

इदानीम् just now अब

इव similar समान

इह here यहाँ

उच्चैः loudly जोर से

उभयतः from both sides दोनों तरफ

ऋते without बीना

एकत्र together एक जगह/ इक्ठठा

एकदा once एक बार

एव only ही / केवल

एवम् thus इस तरह

कति how many? कितना

कथम् how? कैसे

कथमपि somehow कैसे भी

कदा when? कब

कदाचित् anytime कभी भी

किञ्चित् little कुछ

किन्तु but परन्तु

किम् who, what, which क्या / कौन

किमर्थम् why किसलिए

किल् indeed निश्चय

कुतः from where कहाँ से

कुत्र where कहाँ

कुत्रचित् somewhere कहीं / कहाँ पर

केवलम् only केवल

क्वचित् in some place किसी जगह

खलु indeed निश्चय

च and और

चेत् if so तो

नो चेत् if not नहीं तो

झटिति quickly शीघ्र

ततः from there वहाँ से

तथा so तथा

तदर्थम् for that उसके लिए

तदा then तब

तदानीम् at that time तब / उस समय

तद्वत् similarly उस तरह

तस्मात् from that, therefore उससे

तर्हि then तो

तावत् that much तक

तूष्णीम् silent चूप

दूरम् far दूर

धिक् fie धिक्कार

न, नही no निषेध

ननु, नु truly सच में / निश्चय

नमः salutation नमस्कार

नाम by name नाम

नीचैः below, softly नीचे

परन्तु but किन्तु

परश्वः day after tomorrow परसो

परितः all around चारों ओर

पर्याप्तम् enough आवश्यकतानुरुप

पश्चात् afterwards बाद / पीछे

पुनः again दुबारा

पुरतः in front of सामने

पृथक् severally, apart from अलग

प्रति towards ओर / तरफ

प्रतिदिनम् daily नित्य

प्राक् before पहले

प्रातः morning सुबह

बलात् forcibly बलपूर्वक

बहिः outside बाहर

भूयः again दुबारा / फिर से

मा do not निषेध

यत् since जो / कि

यतः from where जहाँ से

यत्र where जहाँ

यथा as जैसे

तथा like वैसे

यदा when जब

यद्यपि even if फिर भी

यावत् as much as जब तक

वा or या

विना without बिना

विशेषतः especially विशेष रुप से

शनैः slowly धीरे

शीघ्रम् quickly शीघ्र

श्वः tomorrow आने वाला कल

सततम् always निरन्तर

सदा always हमेशा

सत्यम् really सच

समीपम्, समीपे near पास

समीचीनम् well, right सही / ठीक

सम्यक् well, right सही

सर्वतः on all sides सब ओर

सर्वत्र everywhere सब जगह

सर्वदा always हमेशा / सब दिन

सह alongwith साथ

सहितम् alongwith साथ

साक्षात् in person सम्मुख

सामान्यतः generally सामान्य रुप से

सायम् evening शाम

स्वयम् oneself स्वयं

हि indeed निश्चय

ह्यः yesterday बीता कल


॥ शब्दावलिः ॥

Minus - न्यूनम्

Minute - निमेष / सूक्ष्म / गोष्टीवृतम्

Market - विपणि 

Misprint - मुद्रणदोष 

Model - प्रतिकृति / आदर्श 

Mood - मनोदशा 

Moral - नैतिक 

Motel - पथिकावास 

Maunt - आरोहण / आबन्ध 

Mystory रहस्य 

Mythology पुराणम्

Nailcutter नख कुंतनी 

Napkin प्रोच्छ:

Narrow - संकीर्ण

March = संचलन 

March past = पथ संचालन 

Mask =छद्ममुख 

Matchbox = अग्निपेटिका 

Material = साधन-वस्तु , सामग्री 

Maximum = अधिकतम 

Minimum = न्यूनतम 

Mayor = महापौर 

Mechanic = यंत्रज्ञ 1) Jetty - घाट 

(2) Proforma –प्रपत्र / निदर्शन पत्र 

(3) Quorum - गणपूर्ति

(4) Numeral –संख्यांक 

(5) Systematic – व्यवस्थित 

(6) Terminable – समापनीय 

(7) Itinerary – यात्रा कार्यक्रम 

(8) Preface – प्रस्तावना 

(9) Priority – प्राथमिकता 

Proxy - परोक्ष / प्रतिपत्र 

Code – संहिता संकेत 

Conform – पुष्टि 

Data – आधार सामाग्री 

Fake ID – मिथ्या स्वपरिचय 

Extract – उद्धरण 

Float – प्रवर्तन ) Illegal practice - अवैध आचरण 

Estate –संपदा 

Host - आतियेय 

Turnig point आवर्त बिन्दु 

Medal = पदक 

Mentality = मनोभाव 

Menu = खाद्य सूची

Intiative =उपक्रम 

Injury -क्षतः 

Inside =अन्तः

Interview = साक्षातकर 

Issue = विवरण / प्रकाशनम्

Ivory = हस्तिदंत 

Joke = विनोदकणिका 

Jasmine = मल्लिका 

Jogging = मंद धावनम 

Junction = संधिस्थान 

Juniour == कनिष्ठ 

Seniour = वरिष्ठ 

Kick = पादप्रहार 

Lane = उपपथ 

Lower = अधिवक्ता // अधिवक्त्री

💐💐💐💐💐💐💐

संस्कृतं जनभाषा भवेत्....


--- अखिलेश आचार्य

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ