संस्कृत वाक्य अभ्यास
Sanskrit study
संस्कृतानन्दः
चलभाषयन्त्रस्य उपयोगः सर्वत्र अवर्धत।
= मोबाइल का उपयोग सब जगह बढ़ गया है।
धनिकाः अपि चलभाषस्य उपयोगं कुर्वन्ति।
= धनवान भी मोबाइल का उपयोग करते हैं।
तथैव निर्धनाः अपि चलभाषस्य उपयोगं कुर्वन्ति।
= उसी प्रकार निर्धन भी मोबाइल का उपयोग करते हैं।
स्वल्पं वेतनं प्राप्नोति सः अपि श्रेष्ठं चलभाषं क्रीणाति।
= कम वेतन पाता है वह भी अच्छा मोबाइल खरीदता है।
सामान्यः श्रमिकः अपि चलभाषधारकः जातः।
= सामान्य मजदूर भी मोबाइल धारक बन गया है।
लघुबालकाः अपि चलभाषं विना न जीवन्ति।
= छोटे बच्चे भी मोबाइल के बिना नहीं जीते हैं।
चलभाषेण शिक्षा , अध्ययनम् , अध्यापनं च चलन्ति
= मोबाइल से ही शिक्षा, अध्ययन और अध्यापन चलते हैं।
बालकानां हस्ते चलभाषं दद्मः तदा अवधानम् बहु आवश्यकम् अस्ति।
= बच्चों के हाथ में मोबाइल देते हैं तब ध्यान देना बहुत आवश्यक है।
बालकाः किं पश्यन्ति , केन सह वार्तालापं कुर्वन्ति तद् सर्वं द्रष्टव्यं भवति।
= बच्चे क्या देख रहे हैं , किसके साथ बात कर रहे हैं यह सब देखना चाहिये।
भद्रम् अभद्रं ते न जानन्ति।
= अच्छा बुरा वे नहीं जानते हैं।
अतएव नियन्त्रणम् आवश्यकम् अस्ति।
= अतः नियंत्रण आवश्यक है।
यदा बालकः प्रज्ञः भवति तदा तस्मै चलभाषयन्त्रं देयम्।
= जब बच्चा समझदार हो जाए तब उसे मोबाइल देना चाहिये।
संस्कृतानन्दः
अद्य राष्ट्रीयक्रीड़ादिनम् अस्ति।
= आज राष्ट्रीय खेल दिवस है।
मेजर ध्यानचन्दस्य संस्मरणे एतद् दिनम् आचर्यते।
= मेजर ध्यानचंद की याद में यह दिन मनाया जाता है।
मेजर ध्यानचन्दः हॉकीक्रीड़कः आसीत्।
= मेजर ध्यानचंद हॉकी के खिलाड़ी थे।
सः सामान्यः हॉकीक्रीड़कः न आसीत्।
= वह सामान्य हॉकी खिलाड़ी नहीं थे।
हॉकीक्रीड़ायाः तस्य कौशलं सर्वे प्रशंसन्ति स्म।
= हॉकी खेलने के उनके कौशल की सभी प्रशंसा करते थे।
तस्य कौशलस्य कारणात् एव त्रिवारम् ओलम्पिकक्रीड़ासु वयं स्वर्णपदकं प्राप्तवन्तः।
= उनके कौशल के कारण ही तीन बार ओलम्पिक खेलों में हमने स्वर्णपदक प्राप्त किया।
सर्वे जनाः तं हॉकीक्रीड़ायाः एन्द्रजालिकः मन्यन्ते स्म।
= सभी लोग उनको हॉकी खेल का जादूगर मानते थे।
आँग्लजनाः अपि तस्य क्रीड़ाकौशलस्य सम्मानं कुर्वन्ति स्म।
= अंग्रेज लोग भी उनके क्रीड़ा कौशल का सम्मान करते थे।
हिटलरः अपि ध्यानचन्दस्य क्रीड़ायाः प्रशंसकः आसीत्।
= हिटलर भी ध्यानचंद के खेल के प्रशंसक थे।
मेजर ध्यानचन्दस्य नाम्ना देहल्यां राष्ट्रीयक्रीड़ासङ्कुलम् अस्ति।
= मेजर ध्यानचन्द के नाम से दिल्ली में राष्ट्रीय खेल संकुल है।
तस्य नाम्ना क्रीड़ापुरस्कारः अपि दीयते।
= उनके नाम से क्रीड़ा पुरस्कार भी दिया जाता है।
वियेनानगरे अपि मेजर ध्यानचन्दस्य प्रतिमा वर्तते।
= वियेना शहर में भी मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा है।
अद्य मेजर ध्यानचन्दस्य जन्मदिनम् अस्ति।
= आज मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है।
वयं सर्वे मेजर ध्यानचन्दम् अभिवादयामहे।
= हम सभी मेजर ध्यानचंद का अभिवादन करते हैं।
संस्कृतानन्दः
अद्य ऋषिपञ्चमी अस्ति।
= आज ऋषिपंचमी है।
वयं सर्वे ऋषिपुत्राः / ऋषिपुत्र्यः स्मः।
= हम सभी ऋषिपुत्र / ऋषिपुत्री हैं।
ऋषयः बहु तपः कुर्वन्ति स्म।
= ऋषि बहुत तप करते थे।
ऋषीणां जीवनं बहु सात्विकं भवति स्म।
= ऋषियों का जीवन बहुत सात्विक होता था।
ऋषिभिः वेदमन्त्राणां व्याख्या , समीक्षा , भाष्यं च क्रियते स्म।
= ऋषियों के द्वारा वेद मंत्रों की व्याख्या , समीक्षा और भाष्य किया जाता था।
ऋषीणाम् आश्रमं गत्वा जनाः उपासनां कुर्वन्ति स्म।
= ऋषियों के आश्रम में जाकर लोग उपासना करते थे।
ब्रह्मचारिणः वैदिकं ज्ञानं प्राप्नुवन्ति स्म।
= ब्रह्मचारी वैदिक ज्ञान पाते थे।
ऋषीणाम् आश्रमे धेनवः अपि भवन्ति स्म।
= ऋषियों के आश्रम में गाएँ भी होती थीं।
ऋषयः परस्परं शास्त्रार्थम् अपि कुर्वन्ति स्म।
= ऋषि गण परस्पर शास्त्रार्थ भी करते थे।
ऋषयः अन्धविश्वासं न प्रसारयन्ति स्म।
= ऋषि गण अन्धविश्वास नहीं फैलाते थे।
सर्वेषाम् आत्मोन्नतिः भवेत् इत्यैव ते इच्छन्ति स्म।
= सबकी उन्नति हो यही वे चाहते थे।
अद्य सर्वे जनाः ऋषीन् स्मरन्ति , प्रणमन्ति च।
= आज सभी लोग ऋषियों को याद करते हैं और प्रणाम करते हैं।
अनेके जनाः ऋषिभिः लिखितान् , रचितान् ग्रन्थान् पठन्ति।
= अनेक लोग ऋषियों के द्वारा लिखे , रचित किये ग्रन्थ पढ़ते हैं।
सर्वेभ्यः ऋषिभ्यः प्रणमाञ्जलिः
संस्कृतानन्दः
भारतस्य भूसीमायाः रक्षार्थं थलसेना अस्ति।
= भारत की भूमि सीमा की रक्षा के लिये थलसेना है।
तथैव भारतस्य वायुसेना अस्माकं नभस्य रक्षां करोति।
= उसी प्रकार भारत की वायुसेना हमारे आकाश की रक्षा करती है।
भारतस्य जलसीमायाः रक्षां अस्माकं नौसेना करोति।
= भारत की जल सीमा की रक्षा हमारी नौसेना करती है।
अद्य अस्माकं नौसेनायाः कृते एकं नूतनं युद्धपोतः जले अवतारितम् ।
= आज हमारी नौसेना के लिये एक नए युद्धपोत को जल में उतारा गया।
नूतनस्य युद्धपोतस्य नाम विक्रान्तः अस्ति।
= नए युद्धपोत का नाम विक्रान्त है।
एतस्य निर्माणं भारतस्य वैज्ञानिकाः , अभियन्तारः च कृतवन्तः।
= इसका निर्माण भारत के वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों ने किया है।
समग्रे विश्वे केवलं षड् देशाः सन्ति येषां पार्श्वे युद्धपोताः सन्ति।
= सारे विश्व में केवल छः देश हैं जिनके पास युद्धपोत हैं।
नूतनः विक्रान्त युद्धपोतः बहु विशालः अस्ति।
= नया विक्रान्त युद्धपोत बहुत विशाल है।
एतस्मिन् त्रिंशत् युद्धकविमानानि समायान्ति।
= इसमें तीस युद्धक विमान समा जाते हैं।
एतस्य निर्माणं कोचीन-नौपत्तने अभवत्।
= इसका निर्माण कोचीन डॉक यार्ड में हुआ।
अद्य अस्माकं प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी विक्रान्तं राष्ट्राय समर्पितवान्।
= आज हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विक्रान्त को देश को समर्पित किया।
अधुना अस्माकं नौसेना अधिका सशक्ता सुदृढ़ा जाता।
= अब हमारी नौसेना अधिक सशक्त और सुदृढ़ हो गई है।
अद्यैव नौसेनायाः ध्वजचिह्नं परिवर्तितम्।
= आज ही नौसेना का ध्वज चिह्न बदला गया।
संस्कृतानन्दः
भारतस्य अर्थव्यवस्थां वयं जानीमः।
= भारत की अर्थव्यवस्था को हम जानते हैं।
अस्माकम् अर्थव्यवस्था प्रायः कृषिआधारिता अस्ति।
= हमारी अर्थव्यवस्था प्रायः कृषि आधारित है।
गतवर्षपर्यन्तं विश्वे अस्माकं षष्ठः क्रमः आसीत्।
= पिछले वर्ष तक विश्व में हमारा छठा क्रम था।
अधुना विश्वे भारतस्य क्रमः पञ्चमः अस्ति।
= अब विश्व में भारत का क्रम पाँचवाँ है।
अर्थव्यवस्थायाः दृष्टया भारतस्य क्रमः पञ्चमः अभवत्।
= अर्थव्यवस्था की दृष्टि से भारत का क्रम पाँचवाँ हो गया है।
अमेरिकायाः क्रमः प्रथमः अस्ति।
= अमेरिका का क्रम पहला है।
द्वितीये क्रमे चीनदेशः अस्ति।
= दूसरे क्रम में चीन देश है।
तृतीये क्रमे जापानदेशः अस्ति।
= तीसरे क्रम में जापान है।
जर्मनी देशस्य क्रमः चतुर्थः अस्ति।
= जर्मनी देश का क्रम चौथा है।
भारतस्य अर्थव्यवस्थायाः सुदृढ़ीकरणे सर्वेषां योगदानम् अस्ति।
= भारत की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में सबका योगदान है।
वयं शनैः शनैः प्रगतिपथि अग्रे वर्धामहे।
= हम धीरे धीरे प्रगतिपथ पर आगे बढ़ रहे हैं।
संस्कृतानन्दः
बाल्यावस्थायाः शिक्षकान् स्मरामि।
= बाल्यावस्था के शिक्षकों को याद करता हूँ।
प्रथमकक्षायां पठामि स्म तदा मुंशी दीदी माता सदृशी भासते स्म।
= पहली कक्षा में पढ़ता था तब मुंशी दीदी माँ जैसी लगती थीं।
एका लता दीदी अपि आसीत्।
= एक लता दीदी थीं।
लता दीदी बहु स्नेहं ददाति स्म।
= लता दीदी बहुत स्नेह देती थीं।
शब्दस्य सम्यक् उच्चारणं न करोमि स्म चेत् सा पुनः पुनः उच्चारणं कारयति स्म।
= शब्द का सही उच्चारण नहीं करता था तो वे पुनः पुनः उच्चारण कराती थीं।
कदापि कुपिता न भवति स्म।
= कभी गुस्सा नहीं करती थीं।
सुमित्रा दीदी अपि पाठयति स्म।
= सुमित्रा दीदी भी पढ़ाती थीं।
गङ्गा दीदी विज्ञानं पाठयति स्म।
= गंगा दीदी विज्ञान पढ़ाती थीं।
श्यामसिंहः गणितं पाठयति स्म।
= श्यामसिंह जी गणित पढ़ाते थे।
सर्वे शिक्षकाः मयि बहु स्निह्यन्ति स्म।
= सभी शिक्षक मुझे बहुत प्यार करते थे।
अद्य शिक्षकदिवसे अहं सर्वान् शिक्षकान् आदरभावेन वन्दे।
= आज शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को आदर भाव से वन्दन करता हूँ।
संस्कृतानन्दः
बहूनि वर्षाणि अभवन् , वयं राजपथ इति शब्दं श्रृणुमः।
= बहुत वर्ष हो गए हम राजपथ शब्द को सुन रहे हैं।
राजपथः नामाभिधानम् आँग्लजनैः कृतम्।
= राजपथ का नामकरण अंग्रेजों द्वारा किया गया था।
राजपथि एव ज्योर्ज पञ्जम् इत्यस्य प्रतिमा स्थापिता आसीत्।
= राजपथ पर ज्योर्ज पंजम की प्रतिमा स्थापित थी।
अद्य नरेन्द्र मोदी महोदयः राजपथः नामपरिवर्तनं कृतवान्।
= आज नरेन्द्र मोदी जी ने राजपथ का नाम परिवर्तन कर दिया।
अद्य आरभ्य राजपथः नूतनं नाम कर्तव्यपथः इति भविष्यति।
= आज से राजपथ का नया नाम कर्तव्यपथ हो जाएगा।
राजपथि ज्योर्ज पञ्जमस्य प्रतिमां दूरीकृत्य सुभाषचन्द्रस्य प्रतिमा स्थापिता कृता।
= राजपथ पर ज्योर्ज पञ्जम की प्रतिमा को हटा कर सुभाषचंद्र की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है।
राजपथि नेताजी सुभाषचन्द्रबसोः विशाला प्रतिमा दूरतः दृश्यते ।
= राजपथ पर सुभाषचंद्र बोस की विशाल प्रतिमा दूर से ही दिखती है।
स्वाधीने भारते सर्वं भारतीयं भवति चेत् अस्माकं मानसम् अपि स्वाधीनं भवति।
= स्वाधीन भारत में सब कुछ भारतीय होता है तो हमारा मानस भी भारतीय भी बनता है।
वयं सर्वे कर्तव्यपथि सर्वदा चलिष्यामः।
= हम सभी कर्तव्य पथ पर हमेशा चलेंगे।
संस्कृतानन्दः
अद्य प्रज्ञाचक्षुदिनम् अस्ति।
= आज प्रज्ञाचक्षु दिन है।
प्रज्ञाचक्षुः जनः द्रष्टुं न शक्नोति।
= प्रज्ञाचक्षु व्यक्ति देख नहीं पाता है।
तथापि प्रज्ञाचक्षुजनः बहुविधानि कार्याणि करोति।
= फिर भी प्रज्ञाचक्षु व्यक्ति बहुत प्रकार के काम करता है।
प्रज्ञाचक्षु: इत्युक्ते अन्धः इति भवति।
= प्रज्ञाचक्षु अर्थात अन्धा होता है।
अनेके प्रज्ञाचक्षवः श्रेष्ठा: संगीतज्ञाः सन्ति।
= अनेक प्रज्ञाचक्षु श्रेष्ठ संगीतज्ञ हैं।
अनेके तु श्रेष्ठशिक्षकाः , गायकाः , विद्वान्सः च सन्ति।
= अनेक तो श्रेष्ठ शिक्षक , गायक और विद्वान हैं।
दण्डी स्वामी विरजानन्दः तस्य उत्तमम् उदाहरणम् अस्ति।
= दण्डी स्वामी विरजानन्द जी उसके उत्तम उदाहरण हैं।
गुरुवर्याः विरजानन्दस्वामिनः स्वामी दयानन्दसरस्वतीनां गुरवः आसन्।
= गुरुवर विरजानन्द जी स्वामी दयानंद सरस्वती जी के गुरु थे।
स्वामी रामभद्राचार्य महाभागाः अपि प्रज्ञाचक्षुः एव ।
= स्वामी रामभद्राचार्य जी भी प्रज्ञाचक्षु हैं।
प्रज्ञाचक्षूणां विद्यालयाः सर्वत्र दृश्यन्ते।
= प्रज्ञाचक्षुओं के विद्यालय सब जगह दिखते हैं।
प्रज्ञाचक्षूणां लिपिः अपि भिन्ना भवति।
= प्रज्ञाचक्षुओं की लिपि भी भिन्न होती है।
तेषां लिप्याः नाम ब्रेल इति अस्ति।
= उनकी लिपि का नाम ब्रेल है।
अनेके जनाः नेत्रदानं कुर्वन्ति।
= अनेक लोग नेत्रदान करते हैं।
मृत्योः अनन्तरं मृतकस्य नेत्रमणिः निष्कास्य प्रज्ञाचक्षवे दीयते।
= मृत्यु के बाद मृतक की नेत्रमणि निकाल कर अन्ध को दी जाती है।
अन्धस्य नेत्रे सा मणिः स्थाप्यते।
= अन्धे की आँख में वो मणि स्थापित की जाती है।
वयमपि नेत्रदानं कर्तुं शक्नुमः।
= हम भी नेत्रदान कर सकते हैं।
संस्कृतानन्दः
भारते अनेकाः संस्थाः सन्ति।
= भारत में अनेक संस्थाएँ हैं।
काश्चन संस्थाः समाजसेवां कुर्वन्ति।
= कुछ संस्थाएँ समाजसेवा करती हैं।
काश्चन संस्थाः कलां पाठयन्ति।
= कुछ संस्थाएँ कला पढ़ाती हैं।
कलासु सङ्गीतकला , नृत्यकला , चित्रकला इत्यादयः सन्ति।
= कलाओं में संगीतकला , नृत्यकला , चित्रकला आदि हैं।
संस्थासु अपि अनेकाः संस्थाः सततं , निरन्तरम् , अविरतं च कार्यं कुर्वन्ति।
= संस्थाओं में भी अनेक संस्थाएँ सतत , निरन्तर , अविरत काम करती हैं।
तासु संस्थासु एका संस्था "भारतविकासपरिषद्" अस्ति।
= उन संस्थाओं में एक संस्था "भारत विकास परिषद" है।
राष्ट्रीयस्तरे एषा संस्था सामाजिकं कार्यं करोति।
= राष्ट्रीय स्तर पर यह संस्था कार्य करती है।
"राष्ट्रदेवो भव" इति एतस्याः संस्थायाः ध्येयमन्त्रः अस्ति।
"राष्ट्रदेवो भव" यह इस संस्था का ध्येयमन्त्र है।
सम्पर्कः , सहयोगः, संस्कारः , सेवा , समर्पणम् च एतानि पञ्च कार्याणि संस्थया क्रियन्ते।
सम्पर्क , सहयोग, संस्कार , सेवा और समर्पण ये पाँच कार्य संस्था द्वारा किये जाते हैं ।
कोरोनाकाले समग्रे भारते भारतविकासपरिषदः सर्वे कार्यकर्तारः रुग्णानां सेवां कृतवन्तः।
= कोरोना काल में समग्र भारत में भारत विकास परिषद के सभी कार्यकर्ताओं ने रोगियों की सेवा की।
"भारतम् अवगच्छन्तु" एषा एका स्पर्धा समग्रे भारते आयोज्यते।
= "भारत को जानो" यह एक स्पर्धा समग्र भारत में आयोजित की जाती है।
रुग्णेभ्यः चिकित्सासाधनानि अपि एषा संस्था ददाति।
= रोगियों को चिकित्सा साधन यह संस्था देती है।
सम्प्रति धेनवः लिम्पिरोगेण ग्रसिताः सन्ति।
= इस समय गौएँ लिम्पि रोग से ग्रस्त हैं।
धेनूनाम् अपि सेवा एतया संस्थया कृता।
= गौओं की भी सेवा इस संस्था द्वारा की गई।
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