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45) संस्कृत वाक्य अभ्यास

 संस्कृत वाक्य अभ्यास

Sanskrit sentence study





मध्याह्ने भोजनं पक्तम्। 

= दोपहर में भोजन बनाया। 


आलूकानि क्वथितानि। 

= आलू उबाले । 


आलूकानां त्वक् निष्कासितवान्। 

= आलुओं के छिलके निकाले। 


अनन्तरम् आलूकान् प्रणुदितवान्। 

= बाद में आलुओं को मसला ।


मरीचिकां कर्तितवान्। 

= मिर्ची काटी।


पलांडु कर्तितवान्। 

= प्याज काटी। 


सर्वम् आलूकैः सह मेलितवान्। 

= सब कुछ आलू के साथ मिलाया। 


चणकचूर्णम् आर्द्रं कृत्वा विलयनं कृतवान् 

= बेसन को गीला करके घोला। 


आलूपेषे चणकचूर्णं परिवेष्टितवान्।

= आलू की पेस्ट में बेसन लपेटा।


अनन्तरं तैले लाजितवान्। 

= बाद में तेल में तला।


यदा खादितवान् तदा ज्ञातं ..... 

= जब खाया तब पता चला .... 


....लवणं तु न स्थापितवान् अहम् 

..... मैंने नमक तो नहीं डाला। 


अहं शान्तभावेन सर्वं खादितवान्। 

= मैंने चुपचाप सब खा लिया ।

संस्कृत वाक्य अभ्यासः  

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सः नवीनभाई अस्ति 

= वह नवीनभाई है । 


नवीनः कृषकः अस्ति 

= नवीनभाई किसान है । 


सः दुर्गापुर ग्रामे निवसति 

= वह दुर्गपुर  गाँव में रहते हैं 


सः कृषकः अस्ति तथापि अध्ययनशीलः अस्ति 

= वह किसान है फिर भी वह पढ़ाकू हैं । 


सः जिज्ञासु अपि अस्ति 

= वह जिज्ञासु भी हैं । 


अहं तस्य गृहम् अगच्छम् 

= मैं उनके घर गया था । 


तस्य गृहम् क्षेत्रे एव अस्ति 

= उसका घर खेत में ही है । 


सः तस्य पुस्तकालयम् अदर्शयत् 

= उसने अपना पुस्तकालय दिखाया 


तस्य पुस्तकालये अनेकानि पुस्तकानि सन्ति 

= उसके पुस्तकालय में अनेक पुस्तकें हैं । 


सः अधुना नीतिशतकं पठति 

= वह अभी नितिशतक पढ़ रहे हैं 


सः प्रतिदिनं यज्ञम् करोति 

= वह प्रतिदिन यज्ञ करते हैं 


सः तस्य पौत्रम् अपि श्लोकं पाठयति 

= वह अपने पोते को भी श्लोक पढ़ाते हैं । 


( सः ग्रामीणः जनः संस्कृतं पठितुं शक्नोति 

= वह गाँव का व्यक्ति संस्कृत पढ़ सकता है । 


तर्हि नगरस्य , महानगरस्य जनाः किमर्थं न पठन्ति 

= तो फिर नगर के महानगर के लोग क्यों नहीं पढ़ते हैं ।


संस्कृत वाक्याभ्यासः  

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द्वे अजे घर्षतः ।

= दो बकरियाँ लड़ रही हैं 


द्वे अजे श्रृंगाभ्यां युद्धयेते ।

= दोनों बकरियाँ सींग से लड़ रही हैं 


एका अजा उच्चै: कूर्दते 

= एक बकरी ऊँचे कूदती है 


द्वितीया अजा अपि कूर्दते

= दूसरी बकरी भी कूदती है 


द्वयोः अजयोः युद्धं सर्वे पश्यन्ति ।

= दोनों बकरियों का युद्ध सब देखते हैं 


केचन जनाः तयोः युद्धं निवारयितुं प्रयासं कुर्वन्ति 

= कुछ लोग उन दोनों के युद्ध को समाप्त करने का प्रयास करते हैं 


तथापि ते अजे घर्षतः ।

= फिर भी वो बकरियाँ लड़ती हैं ।


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राजीवः - नमो नमः । 


नीरजः - नमस्ते , नमो नमः।  कथम् असि ? 

         = नमस्ते , नमो नमः । कैसे हो तुम ?


राजीवः - अहं कुशली अस्मि। 

          = मैं कुशल हूँ। 


नीरजः - अत्र आश्रमे किं करोषि त्वम् ? 

         = यहाँ आश्रम में क्या कर रहे हो ? 


राजीवः - अयम् आश्रमः नास्ति। एषा मम क्षेत्रवाटिका अस्ति। 

          = यह आश्रम नहीं है। यह मेरा फार्म हाउस है। 


नीरजः - तव क्षेत्रवाटिका ?? 

         = तुम्हारा फार्म हाउस ??


राजीवः - आम् । नगरे तु अध्ययनार्थं निवसामि। 

           = हाँ , नगर में तो मैं पढ़ने के लिये रहता हूँ। 


          - प्रति शनिवासरे अत्र आगच्छामि।

          = हर शनिवार को यहाँ आ जाता हूँ। 


          - रविवासर पर्यन्तम् अत्रैव तिष्ठामि। 

          = रविवार तक यहाँ ही रहता हूँ। 


नीरजः - अन्येषु दिनेषु अत्र कः निवसति? 

          = अन्य दिनों में यहाँ कौन रहता है ?


राजीवः - पितामहः निवसति। सः धेनूनां पालनं करोति। 

         = दादाजी रहते हैं। वे गायों का पालन करते हैं। 


          - मम पितामही निवसति। सा दुग्धं दोग्धि ।  

          = मेरी दादीजी रहती हैं। वे दूध दुहति हैं। 


          - आदिनं वृक्षाणां रक्षणं कुरुतः ।

          = पूरे दिन वृक्षों की रक्षा करते हैं। 


नीरजः - तव माता-पितरौ कुत्र स्तः ? 

         = तुम्हारे माता पिता कहाँ है ? 


राजीवः - पश्य ... ओ ... तत्र दृश्येते । 

          = देखो ... ओ ... वहाँ दिख रहे हैं । 


नीरजः - तौ किं कुरुतः ? 

         = वे दोनों क्या कर रहे हैं ? 


राजीवः - तौ तत्र बीजवपनं कुरुतः । 

         = वे दोनों बीज बो रहे हैं। 


नीरजः - तव भगिनी न दृश्यते। 

          = तुम्हारी बहन नहीं दिख रही है। 


राजीवः - पश्य ताम् ..... सा तु दोलायां दोलायते । 

          = उसको देखो.... वह तो झूले में झूल रही है। 


नीरजः - तव कृषिवाटिकायां तु बहु मोदः अस्ति। 

         = तुम्हारे फार्म हॉउस में तो बहुत मजा है।


संस्कृत वाक्य अभ्यासः  

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शिक्षकः - त्वम् उत्तरं किमर्थं न लिखसि  ?

          = तुम उत्तर क्यों नहीं लिख रहे हो ?  


छात्रः - अहं प्रश्नं न अवगतवान् 

        = मैं प्रश्न नहीं समझ पाया 


शिक्षकः - प्रश्नः तु पुस्तकात् एव पृष्टः

         = प्रश्न तो पुस्तक से ही पूछा है 


छात्रः - आम् , पुस्तकात् एव अस्ति प्रश्नः 

         = हाँ , पुस्तक से ही प्रश्न पूछा है 


छात्रः - अहं तदेव उत्तरं लेखितुं न इच्छामि 

       = मैं वही उत्तर लिखना नहीं चाहता हूँ । 


शिक्षकः - तर्हि , तव इच्छानुसारं लिख 

       = तो फिर तुम्हारी इच्छा से लिखो 


छात्रः - शाहजहाँ ताजमहलस्य निर्माणं न अकरोत् 

      = शाहजहाँ ने ताजमहल नहीं बनवाया था । 


छात्रः - पुस्तके अलीकं लिखितम् अस्ति 

       पुस्तक में गलत लिखा है । 


शिक्षकः - किं त्वम् इतिहासविदः असि ?

      = क्या तुम इतिहासविद् हो ? 


छात्रः - नैव , मम पिता इतिहासविदः अस्ति 

       = नहीं , मेरे पिता इतिहासवेत्ता हैं । 


छात्रः - ताजमहलस्य शुद्धम् नाम तेजोमहालय अस्ति 

     = ताजमहल का शुद्ध नाम तेजोमहालय है । 


शिक्षकः - अस्तु अहं त्वया सह विवादं न कर्तुम् शक्नोमि 

     = ठीक है , मैं तुम्हारे साथ विवाद नहीं कर सकता । 


शिक्षकः - यथा रोचते तथा लिख 

      = जैसा ठीक लगे वैसा लिखो ।

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पत्नी - एतद् अपि क्षिपतु ।

         = ये भी फेंक दीजिये 


पतिः - अद्य पुनः ....

         =आज फिर से .... 


पत्नी - आम् , अद्य आवश्यकानि पत्राणि क्षेपणीयानि सन्ति।

         = हाँ , आज अनावश्यक पत्र फेंकने हैं

   


पतिः - कुत्र क्षिपाणि ?  नगरपालिकायाः अवकरपात्रे खलु ? 

         = कहाँ फेंकूँ , नगरपालिका के कूड़ेदान में क्या ? 


पत्नी - नैव , समुद्रे क्षिपतु ।

         = नहीं , समुद्र में फेंकिये। 


पतिः - किमर्थं समुद्रे ??? 

         = समुद्र में क्यों ???


पत्नी - एतद् अवकरः नास्ति। 

        = ये कूड़ा नहीं है। 


         - सर्वेषां निमंत्रणपत्रिकाः सन्ति। 

        = सबकी निमंत्रणपत्रिकाएँ हैं। 


         सर्वे प्रेम्णा आहूतवन्तः ।

         = सबने प्रेम से बुलाया था। 


पतिः - एवं वा ? , अहं समुद्रे क्षिप्स्यामि। 

        = ऐसा क्या ? मैं समुद्र में फेंक दूँगा। 


         अहं समुद्रं प्रति गच्छामि। 

        = मैं समुद्र की ओर जाता हूँ।




प्रतिदिनं संस्कृतम् 


राजेशः बालचिकित्सकः अस्ति। 

= राजेश बाल चिकित्सक है। 


सः बालकानां चिकित्सां करोति। 

= वह बच्चों की चिकित्सा करता है। 


यदा कोsपि बालकः रुग्णः भवति तदा माता तं बालकं तस्य चिकित्सालयम् आनयति।

= जब कोई बालक बीमार हो जाता है तब माता उस बालक को उसके चिकित्सालय में लाती हैं। 


प्रप्रथमं राजेशः बालकस्य भारस्य परिक्षणं करोति। 

= सबसे पहले राजेशजी बच्चे के वजन का परीक्षण करते हैं।


तदनन्तरं सः बालकस्य स्वास्थ्यं परीक्षयति। 

= उसके बाद वह बालक के स्वास्थ्य का परीक्षण करता है। 


यदि बालकः रोदिति तर्हि सः तेन सह क्रीडां करोति। 

= यदि बालक रोता है तो वह उसके साथ खेलता है। 


तं बालकं सः लालयति। 

= उस बच्चे को वह लाड़ करता है। 


सः तस्मै बालकाय रसौषधं ददाति। 

= वह उस बच्चे को रसीली औषधि देता है। 


रसौषधं मधुरं भवति। 

= रसीली औषधि मीठी होती है। 


बालकस्य स्वास्थ्यं रक्षयितुं सः मात्रे काश्चन सूचनाः ददाति। 

= बालक के स्वास्थ्य की रक्षा के लिये वह माँ को कुछ सूचनाएँ देता है। 


मातुः दुग्धं बालकस्य कृते सर्वोत्तमं भवति। 

माँ का दूध बालक के लिये सर्वोत्तम होता है।


*जयतु संस्कृतम् ,  जयतु भारतम्*


सः वृद्धः जनः लोकयानेन यात्रां करोति।

( कुर्वन् अस्ति) 

= वह वृद्ध व्यक्ति बस से यात्रा कर रहा है। 

( सः वृद्धः )


तेन सह वृद्धा महिला अपि अस्ति।

= उसके साथ वृद्ध महिला भी है। 


( सा  वृद्धा )


द्वौ लोकभाषायां वार्तालापं कुरुतः  स्तः। 

= दोनों लोकभाषा में बात कर रहे हैं। 


लोकभाषा तु गुजराती सदृशी एव।

= लोकभाषा गुजराती जैसी ही है। 


मेहसाणाप्रदेशस्य भाषा मेहसाणी लोकभाषा अस्ति। 

= मेहसाणा प्रदेश की भाषा मेहसाणी लोकभाषा है। 


तस्य उच्चारण-शैली भिन्ना भवति।

= उसकी उच्चारण शैली अलग होती है। 


अस्माकं देशे अनेकाः लोकभाषाः सन्ति। 

= हमारे देश में अनेक लोकभाषाएँ हैं। 


लोकभाषायाः लालित्यम् अतीव मनोहरं भवति।

= लोकभाषा का लालित्य बहुत ही मनोहारी होता है। 


अहं कच्छी लोकभाषां जानामि।

= मैं कच्छी लोकभाषा जानता हूँ।


मेहसाणी लोकभाषायां वक्तुं प्रयासं करोमि। 

= मेहसाणी लोकभाषा में बोलने का प्रयास करता हूँ।


मह्यं लोकभाषा: रोचन्ते। 

= मुझे लोकभाषाएँ पसन्द हैं। 


यथा संस्कृतभाषा मह्यं रोचते ।

= जैसे संस्कृतभाषा मुझे पसंद है ।


#संस्कृत_वाक्य_अभ्यासः  

* सर्वकारेण तु किमपि न क्रियते ।

   = सरकार द्वारा तो कुछ भी नहीं किया जाता है । 

Nothing is done by the government.


∆ कस्मिन् विषये ? 

   = किस विषय में ? 

What about


* संस्कृतस्य  विषये ।

   = संस्कृत के विषय में ।

About Sanskrit.


∆ सर्वकारः न करोति चेत् का बाधा ? 

    = सरकार नहीं करती है तो क्या परेशानी है ? 

What is the problem if the government does not?


∆  तद् कार्यं वयं कर्तुं शक्नुमः ।

    = वह काम हम कर सकते हैं । ्

We can do that work.


* कथम् ? 

  = कैसे ? 

how ?


∆  यथा कृषकेभ्यः अधिकं धनं न मिलति ।

   = जैसे किसानों को अधिक धन नहीं मिलता है ।

Just like farmers do not get much money.


∆ तथापि कृषकाः कृषिकार्यं न त्यजन्ति ।

   = फिर भी किसान खेती का काम नहीं छोड़ते हैं । 

Yet the farmers do not give up farming.


∆ तथैव अस्माभिः संस्कृत-अभ्यासः करणीयः ।

   = उसी प्रकार हमें संस्कृत अभ्यास करना चाहिये । 

Similarly, we should practice Sanskrit.


∆ सर्वकारस्य न अपितु अस्माकं दोषः ।

   = सरकार का नहीं बल्कि हमारा दोष है ।

It is not our government but our fault.



संस्कृत वाक्य अभ्यासः  

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पुत्री  - अम्ब , भ्राता मां पीड़यति ।

       = माँ , भैया मुझे परेशान कर रहा है । 


माता - किं करोति सः ? 

        = वह क्या कर रहा है ? 


पुत्री -  अहं यत्र यत्र प्रौंछनं करोमि ।

        = मैं जहाँ जहाँ पोंछा लगाती हूँ 


पुत्री - सः तत्रैव आगत्य कूर्दति ।

       = वह वहीँ आकर कूदता है ।


माता - कमलेश ! किमर्थं पीड़यसि ? 

       = कमलेश ! क्यों परेशान कर रहे हो ? 


माता - भगिनीं मा पीड़य ।

       = बहन को परेशान मत करो । 


माता - आगच्छ , तुभ्यम् अपि कार्यं ददामि 

       = आओ , तुमको भी काम देती हूँ ।


पुत्र - आम् अम्ब , वदतु किं करोमि अहम् ? 

      = हाँ माँ बोलिये  मैं क्या काम करूँ ?  


माता - अद्य वृक्षेभ्यः अहं जलं न दत्तवती ।

       = आज वृक्षों को मैंने पानी नहीं दिया है ।


माता - गच्छ , वृक्षेभ्यः जलं देहि ।

       = जाओ , पेड़ों को पानी दो । 


पुत्रः  - आम् अम्ब , अवश्यम् ।

       = हाँ माँ , अवश्य ।


( किञ्चित् काल अनन्तरम् 

  = कुछ देर के बाद  ) 


पुत्री - अम्ब , भ्राता कुत्र अस्ति ? 

     = माँ , भैया कहाँ है ? 


माता - किं जातम् ? 

      = क्या हो गया ? 


माता - भ्रातरं विना कार्यं न चलति तव 

     = भैया के बिना तुम्हारा काम नहीं चलता ।



प्रतिदिनं संस्कृतम् 


तारा भगिनी अद्य किमपि खादितुं न इच्छति। 

= तारा बहन आज कुछ खाना नहीं चाहती है। 


सा अद्य बहु रोदिति। 

= वह आज बहुत रो रही है। 


तस्याः पुत्रः विश्वविद्यालये पठति।

= उसका बेटा विश्वविद्यालय में पढ़ता है। 


(तस्याः पुत्रः कस्मिन् विश्वविद्यालये पठति ? तद् अहं न जानामि।

= उसका बेटा किस विश्वविद्यालय में पढ़ता है ? यह मैं नहीं जानता) 


सः तत्र छात्रालये निवसति। 

= वहाँ वह छात्रालय में रहता है। 


तस्याः पुत्रस्य सङ्गतिः सम्यक् न आसीत्। 

= उसके पुत्र की संगत अच्छी नहीं थी। 


सः तत्र मादकपदार्थस्य सेवनं करोति स्म।

= वह वहाँ मादक पदार्थ का सेवन करता था। 


अद्य यदा तस्याः पुत्रः गृहम् आगतवान् .....

= आज जब उसका पुत्र घर आया .... 


तदा सा ज्ञातवती।

= तब उसे पता चला। 


सा तदा आरभ्य बहु उद्विग्ना अस्ति। 

=  वह तब से बहुत उद्विग्न है। 


सा व्यसनमुक्त्यर्थं तं बोधयति। 

= वह व्यसनमुक्ति के लिये उसे समझा रही है।


सा अवश्यमेव तस्याः उद्देश्ये सफला भविष्यति। 

= वह अवश्य ही उसके उद्देश्य में सफल होगी। 


*जयतु संस्कृतम्  ,  जयतु भारतम्*



*संस्कृत वाक्य अभ्यासः*

पुत्री - अम्ब , अद्य तातः विलम्बेन आगमिष्यति ।

      = माँ , आज पिताजी देर से आएँगे । 

Daughter- Mother, father will be late today.


माता - अद्य पुनः  !!

        = आज फिर से !! 

Mother - again today !!


पुत्री - आम् , तातस्य दूरवाणी आसीत् ।

       = हाँ , पिताजी का फोन था । 

Yes, Dad had a call.


माता - तव पितुः कार्यालये कार्यम् अधिकम् अस्ति ।

       = तुम्हारे पिताजी के ऑफिस में अधिक काम है । 

Your father has more work in the office.


पुत्री - तातः अपि अधिकं कार्यं करोति ।

      = पिताजी भी बहुत काम करते हैं । 

Dad also works a lot.


पुत्री - यावत् तातः न आगच्छति ... 

      = जब तक पिताजी नहीं आते 

Until daddy comes


      - तावत् अहं किमपि न खादिष्यामि 

      = तब तक मैं कुछ नहीं खाऊँगी 

Till then i won't eat anything


माता - अहमपि न खादिष्यामि ।

       = मैं भी नहीं खाऊँगी ।

I will not eat either.


माता - तस्य भोजने अधिकं गोघृतं स्थापयिष्यामि ।

       = उनके भोजन में अधिक गौ घृत डालूँगी ।

I will add more cow's ghee to their food.


पुत्री - आम्  अहम् ऊष्णां रोटिकां दास्यामि ।

      = हाँ मैं गरम रोटी दूँगी । 

Yes, I will give hot roti.


पुत्री - अम्ब , पिता देशसेवकः अस्ति । 

      = माँ , पिताजी देशसेवक हैं । 

 Mother, father is a country servant.


      -  सः  सर्वेषां कार्यं करोति ।

      = वो सबका काम करते हैं । 

They work for everyone.


माता  - आम् पुत्री 

       = हाँ  बिटिया ।

Yes daughter.


#प्रतिदिन_सरल_संस्कृत_अभ्यास

दिनद्वयं किमपि न लिखितवान् अहम् ।

= दो दिन मैंने कुछ भी नहीं लिखा। 

Two days I did not write anything.


सतर्कता अधिकारी मम कार्यालयम् आगतवान् आसीत्। 

= विजिलेंस ऑफिसर मेरे कार्यालय में आए थे। 

Vigilance officer came to my office.


सः सर्वान्  बहुविधान् प्रश्नान् पृष्टवान्। 

= उसने सबको बहुत प्रकार के प्रश्न पूछे। 

He asked everyone a lot of questions.


भवान् / भवती किं कार्यं करोति ?

= आप क्या काम करते / करती हैं ?

What do you do?


एतद् कार्यं किमर्थं करोति ?

= यह कार्य क्यों करते हैं ? 

Why do they work?


तद् कार्यं किमर्थं न करोति ?

= वह कार्य क्यों नहीं करते हैं ? 

Why don't they work?


भवान् / भवती कियत् कार्यं करोति ? 

= आप कितना काम करते / करती हैं ?

 How much work do you do?


सर्वेषां पञ्जिकाः कुत्र स्थापयति ? 

= सबकी फाइल कहाँ रखते हो ?  

Where do you keep everyone's file?


एकस्मिन् दिने कति कार्याणि करोति ? 

= एक दिन में कितने काम करते हो ?

How many things do you do in a day?


अवशिष्टं कार्यं कदा समापयति ? 

= बचा हुआ काम कब पूरा करते हो ? 

When do you finish the remaining work?


ग्राहकेन सह कथं व्यवहरति ? 

= ग्राहक के साथ कैसे व्यवहार करते हो ?

How do you deal with the customer?


ओह ... प्रश्नाः




---- अखिलेश आचार्य


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